सरकारी कार्यक्रमों में कन्या पूजन, सरकार का बड़ा इमशोनल दांव
खरी खरी संवाददाता
भोपाल, 26 दिसंबर। मध्यप्रदेश में सभी सरकारी कार्यक्रमों की शुरुआत कन्याओं के पूजन से किए जाने के फैसले से सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने सरकार के फैसले पर उंगली उठाते हो इसे सरकार का ढोंग और भावनात्मक छलावा करार दिया है। वहीं भाजपा इस मुद्दे को इमोशनली भुनाने की तैयारी में जुट गई है। वह इसे सामाजिक मुद्दों से जोड़ रही है।
मध्य प्रदेश सरकार ने अपने सभी सरकारी कार्यक्रमों की शुरुआत कन्याओं के पूजन से किए जाने का आदेश जारी किया है। यह आदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा 15 अगस्त के भाषण में की गई घोषणा के मद्देनजर किया गया है। नगरीय निकाय चुनाव के ठीक पहले की गई इस घोषणा से कांग्रेस की आंखें तन गई हैं। पार्टी इसे इमोशनल करार दे रही है। पार्टी का दावा है कि सरकार कन्याओं के पूजन पर इसलिए जोर दे रही है क्योंकि वह उनकी सुरक्षा नहीं कर पा रही है।
वहीं पर भारतीय जनता पार्टी सरकार की इस घोषणा से गदगद है। पार्टी का मानना है सामाजिक परिस्थितियां इस समय जैसी है उसे देखते हुए सरकार का यह कदम समाज में बेटियों के अधिकारों की रक्षा करने में सक्षम होगा। सरकार द्वारा चलाए जा रहे तमाम अभियानों को इससे और शक्ति मिलेगी। भाजपा कांग्रेस के विरोध को दरकिनार करते हुए कन्या पूजन का परंपराओँ और संस्क़ति से जोड़ रही है।
बेटियों के लिए सरकार द्वारा चलाई गई लाडली लक्ष्मी, बेटी बचाओ, मुख्यमंत्री कन्यादान जैसी तमाम योजनाओं ने भाजपा को फायदा पहुंचाया है। ऐसे में कन्या पूजन का यह फैसला सरकार के लिए बड़ा इमोशनल दांव साबित हो सकता है।